Bihar Jamin Survey 2024 Form: बिहार में जारी जमीनी सर्वेक्षण के समय, गांवों से बहुत से लोग अपनी जमीन का रिकॉर्ड दर्ज करवाने के लिए उत्सुक हैं। परंतु, उनमें से कई जरूरी कागजात जमा करने और आवेदन फॉर्म भरने में सामना कर रहे हैं मुश्किलों का। इस समस्या को सुलझाने के लिए, राजस्व और भूमि सुधार विभाग ने गांव-गांव में कैंप लगाने की पहल की है।
यदि आप भी अपनी जमीन की सूचीबद्धता चाहते हैं, तो आपको फॉर्म 2 और 3 को पूरा करना होगा। ये फॉर्म 2 और 3 क्या है इसके बारे में आगे विस्तार से बताया गया है. इस आर्टिकल को ध्यानपूर्वक पढ़ें सबकुछ क्लियर हो जाएगा!
क्या है प्रपत्र (स्व-घोषणा पत्र) 2, 3
जान लीजिए कि जमीन सर्वेक्षण के दौरान प्रपत्र 2 और 3 का महत्व क्या है। ये दोनों फॉर्म आपके द्वारा स्वयं की गई घोषणाएँ होती हैं। प्रपत्र 2 में आपको अपनी जमीन की पूरी विस्तार से जानकारी देनी होती है, जैसे खाता संख्या, खेसरा नंबर, जमीन का क्षेत्रफल आदि। इसके विपरीत, प्रपत्र 3 में आपको अपने परिवार की वंशावली और संबंधित विवरण भरने होते हैं।
प्रपत्र 2, जिसे अक्सर स्व-घोषणा पत्र कहा जाता है, में सरकार की ओर से आवश्यक कुछ विस्तृत जानकारियां दर्ज करनी होती हैं। इसमें सबसे पहले आपको अपना नाम, पता, खाता संख्या, खेसरा नंबर, और जमीन का कुल क्षेत्रफल जैसी मूलभूत जानकारियां भरनी पड़ती हैं। उसके बाद, जमीन के प्रकार का विवरण देना होता है। यदि जमाबंदी नहीं है तो उस स्थान को खाली छोड़ दें।
अगर कोई अन्य विशेष जानकारी मांगी गई है और आप उससे अनभिज्ञ हैं, तो वह भी खाली छोड़ी जा सकती है। मगर, जरूरी है कि आप यह निर्दिष्ट करें कि जमीन पर आपका अधिकार कैसे स्थापित है, चाहे वह दान, विरासत, खरीद या बंदोबस्त से प्राप्त हुई हो।
प्रपत्र (स्व-घोषणा पत्र) 3 में वंशावली की देनी है जानकारी
प्रपत्र 3 का उपयोग करते हुए जमीन के मालिकों या आवेदकों को अपने परिवार की वंशावली की जानकारी दर्ज करनी होती है। यह फॉर्म खासतौर पर उनके लिए है जो खातियान के मालिक हैं या फिर उनके वंशज हैं और अपने नाम पर नया खाता खुलवाना चाहते हैं। इसमें आपको अपने सभी वारिसों का नाम सही सही भरना होगा।
चूँकि यह भी स्व-घोषणा पत्र की श्रेणी में आता है, इसलिए इसे भरने के लिए पंचायत या किसी सरकारी कार्यालय में जाने की जरूरत नहीं पड़ती। अगर फॉर्म भरने में कोई समस्या आ रही हो, तो आप स्थानीय राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के शिविर में जाकर सहायता प्राप्त कर सकते हैं।
बिहार के जनता को 1 वर्ष का मिलेगा समय
सरकार के अनुसार, इस जमीन सर्वे के समाप्त होने पर लोगों के लिए दाखिल-खारिज करवाना अधिक सुविधाजनक हो जाएगा। पहले जहां बड़े प्लॉट्स का एक ही खेसरा नंबर होता था, वहां अब हर एक प्लॉट को अलग खेसरा नंबर दिया जाएगा। ऐसा इसलिए है क्योंकि पहले कई लोग मिलकर बड़े प्लॉट खरीदते थे और सभी का एक ही खेसरा नंबर रहता था।
इस सर्वे से उन लोगों को भी राहत मिलेगी जिनके पास अपनी जमीन के दस्तावेज़ नहीं हैं, क्योंकि उन्हें जरूरी कागज़ात इकट्ठा करने के लिए एक साल का समय दिया जाएगा। अगर आपके पास जमीन से संबंधित ज़रूरी कागज़ात जैसे कि वंशावली या अन्य दस्तावेज़ नहीं हैं, तो आप इस अवधि के दौरान अपने ब्लॉक के कार्यालय में जाकर उन्हें बनवा सकते हैं।
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निष्कर्ष
कुल मिलाकर इससे आपको परेशां होने की जरूरत नही है यह जो सर्वे नितीश सरकार के अगुआई में करायी जा रही है वह हम सबके हित में ही है. इससे आने वाले समय में दिक्कतों का सामना नही करना पड़ेगा. आशा करता हूँ आज की इस आर्टिकल से आपको फायदा हुआ होगा. इस लेख के बारे में आपके पास कोई सुझाव या शिकायत है तो हमें कमेंट बॉक्स में जरुर लिखें और इस जानकारी को अपने साथी दोस्तों के साथ भी शेयर कर दें!
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FAQs for Bihar Jamin Survey 2024 Form
What is Form 2 in the Bihar Land Survey 2024?
Form 2, also known as the self-declaration form, is used during the land survey to provide detailed information about the land. It requires the landowner to fill out basic details such as the owner’s name, address, account number, plot number (Khesra number), and the total area of the land.
What is Form 3 and what information is required?
Form 3 is another self-declaration form used to detail the family lineage or genealogy of the landowner. It is specifically for those who hold the title (Khata) or their heirs who wish to register a new title under their name. This form must include a complete list of all heirs.
What are the benefits of participating in the Bihar Land Survey 2024?
Completing this survey will facilitate easier processing of land transactions, like registration and mutation (Dakhil-Kharij), especially since each plot will be assigned its own unique Khesra number. This replaces the older system where multiple owners shared a single number for large plots.
What should I do if I lack certain documents for the survey?
The government provides a one-year grace period for individuals to gather the necessary documents if they are not immediately available. This includes critical documents like genealogies or other land-related paperwork. You can use this time to obtain these documents from your local block office.