Kele ki Kheti Karne Ki Vidhi: नमस्कार दोस्तों, स्वागत है आज एक और नए बिज़नस आईडिया वाले आर्टिकल में! अगर आप अपने घर से बढ़िया कमाई की उम्मीद रखते हैं और खेती में आपकी रुचि है, तो आज हम आपके लिए एक लाभदायक बिजनेस प्लान लेकर आए हैं। इसके लिए आपको बाजार की चक्कर लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। आज हम आपको केले की खेती (Banana Farming) के बारे में बता रहे हैं, जो कि एक फायदेमंद नकदी फसल है।
इस फसल को एक बार लगाने के बाद, पांच साल तक आपको लगातार आय होती रहेगी। कुछ किसान भाइयों का अनुभव बताता है कि केले की खेती से उन्हें काफी अच्छी आमदनी हो रही है। अगर वे कम रहे हैं to आप क्यों नही? आइये जानते हैं इस बिज़नस आईडिया के बारे में विस्तार…
केले की खेती की बढ़ती लोकप्रियता के पीछे का मुख्य कारण यह है कि इसमें लागत कम लगती है और लाभ अधिक मिलता है। इसी कारण से आजकल अनेक किसान गेहूं और मक्का जैसी पारंपरिक फसलों को छोड़कर केले की खेती की ओर आकर्षित हो रहे हैं। यह फसल न सिर्फ जल्दी बढ़ती है, बल्कि बाजार में इसकी मांग भी अधिक है, जिससे किसानों को उनके निवेश पर शीघ्र ही अच्छा रिटर्न मिल जाता है।
केले की खेती में कुल लागत कितनी
केले की खेती में एक बीघा जमीन पर करीब 50,000 रुपये का निवेश करना पड़ता है और इससे दो लाख रुपये तक की कमाई हो सकती है। विशेषज्ञों का कहना है कि अन्य फसलों की तुलना में केले की खेती में जोखिम बहुत कम होता है। इस खेती में जैविक खाद का उपयोग करने से खर्च में कमी आती है और यह पर्यावरण के लिए भी अच्छा है।
केले की कटाई के बाद बचे हुए कचरे को खेत से बाहर न फेंककर उसे खेत में ही रहने देना चाहिए, क्योंकि यह खेत के लिए अच्छी खाद का काम करता है और फसल की उत्पादकता बढ़ाता है।
एक बार लगायें 5 साल तक लागेगा फल
केले के पौधे लगाने के बाद पांच वर्ष तक निरंतर फल देते हैं। इनकी उचित देखभाल के लिए समय-समय पर निराई-गुड़ाई करना बहुत महत्वपूर्ण होता है। सिंघापुरी रोबेस्टा किस्म के केले की खेती को सबसे उत्तम माना जाता है क्योंकि इससे उपज ज्यादा होती है। किसानों का यह विश्वास है कि केले की खेती में जोखिम कम होता है और लाभ अधिक मिलता है, इसीलिए वे इस दिशा में अग्रसर हो रहे हैं। एक पौधा लगभग 60 से 70 किलोग्राम तक का उत्पादन कर सकता है।
केले की खेती के लिए उपयुक्त समय
केले की खेती (Banana Cultivation) के लिए सबसे अच्छा समय वर्षा ऋतु की शुरुआत होता है, क्योंकि इस दौरान मिट्टी में पर्याप्त नमी होती है, जो केले के पौधों की वृद्धि के लिए जरूरी है। हालांकि, केले की खेती उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय जलवायु में सबसे बेहतर होती है, जहां तापमान और आर्द्रता साल भर स्थिर रहते हैं।
जहां सिंचाई की सुविधा उपलब्ध हो, वहां साल के किसी भी समय केले की खेती की जा सकती है। फिर भी, यदि आप वर्षा ऋतु की शुरुआत में रोपण करें, तो पौधों को प्राकृतिक वर्षा का फायदा मिलता है और सिंचाई के खर्च में भी कमी आती है।
कितने समय बाद हो जाता है तैयार
केले की खेती में फसल के तैयार होने का समय विभिन्न किस्मों के आधार पर 9 से 15 महीने के बीच होता है। जहां छोटी या बौनी किस्में आमतौर पर 9 से 12 महीने में फल देने लगती हैं, वहीं लम्बी किस्मों के लिए 12 से 15 महीने तक का समय लग सकता है।
इस प्रकार, किसान अपनी सुविधा और जरूरत के हिसाब से या तो जल्दी फल देने वाली बौनी किस्मों का चयन कर सकते हैं या फिर अधिक समय लेने वाली लम्बी किस्मों को उगा सकते हैं।
इसके खेती में कौन-कौन-से खाद की होती है उपयोग
केले की खेती के लिए नाइट्रोजन, फास्फोरस, और पोटेशियम जैसे महत्वपूर्ण पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है। इन पोषक तत्वों को आप निम्नलिखित खादों के माध्यम से प्रदान कर सकते हैं:
- गोबर की खाद: यह प्राकृतिक खाद मिट्टी को उर्वर बनाती है और पौधों को धीरे-धीरे पोषण प्रदान करती है।
- कंपोस्ट खाद: यह विभिन्न जैविक मटेरियल के सड़ने से तैयार होती है और इसका उपयोग मिट्टी की संरचना और उसकी उर्वरता को बेहतर बनाने में किया जाता है।
- रासायनिक उर्वरक: ये उर्वरक तेजी से पोषक तत्व प्रदान करते हैं क्योंकि ये विशेष रूप से नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटेशियम से समृद्ध होते हैं, जिससे पौधे जल्दी और अच्छी तरह से बढ़ते हैं।
इसके खेती से होने वाले फ़ायदे
केले की खेती कई फायदे प्रदान करती है, जो इसे न केवल एक लाभकारी व्यवसाय बनाती है, बल्कि समाज और पर्यावरण के लिए भी हितकारी बनाती है। केले की मांग मार्केट में सालभर बनी रहती है, जिससे किसानों को अच्छी आमदनी होती है। इसके अलावा, केले की खेती में अनेक लोगों को रोजगार मिलता है, जैसे कि खेती करने वाले मजदूर, पैकिंग और परिवहन से जुड़े रोजगार।
केले पोषण से भरपूर होते हैं और उनमें विटामिन, खनिज और फाइबर प्रचुर मात्रा में होते हैं। खेती में जैविक खाद के उपयोग से मिट्टी की उर्वरता बढ़ती है और साथ ही पर्यावरण की स्वच्छता में भी योगदान देते हैं क्योंकि केले के पेड़ वातावरण से कार्बन डाइऑक्साइड को अवशोषित करके ऑक्सीजन छोड़ते हैं। यह जलवायु परिवर्तन के प्रभाव को भी कम करता है!
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अंत में, आशा करता हूँ आज की केले की खेती से सम्बन्धित बिज़नस आईडिया आपको पसंद आया होगा. इस आर्टिकल के माध्यम से आपको पूरी जानकारी देने की कोशिश करी गयी है. अगर आपके पास कोई सुझाव या शिकायत हो तो हमें कमेंट बॉक्स में जरुर लिखें! ऐसे ताज़ा अपडेट को पाने के लिए हमारे WhatsApp चैनल को ज्वाइन कर सकते हैं!
FAQs for Kele ki Kheti Karne Ki Vidhi
1. केले की खेती में लागत कितनी आती है?
एक बीघा जमीन पर केले की खेती करने में तकरीबन 50,000 रुपये का निवेश आवश्यक है। हालांकि, इससे आपको दो लाख रुपये तक की आय हो सकती है, जो इसे एक फायदेमंद व्यवसाय बनाती है।
2. केले की खेती में किस प्रकार की खाद का उपयोग होता है?
केले की खेती में मुख्य रूप से तीन प्रकार की खादों का उपयोग होता है: गोबर की खाद, कंपोस्ट और रासायनिक उर्वरक। ये खादें पौधे को जरूरी पोषण प्रदान करती हैं और फसल की बढ़वार में मदद करती हैं।
3. केले की खेती के लिए सबसे उपयुक्त समय कौन सा होता है?
वर्षा ऋतु की शुरुआत केले की खेती के लिए सबसे उपयुक्त समय मानी जाती है क्योंकि इस समय मिट्टी में पर्याप्त नमी मौजूद होती है जो पौधों की वृद्धि के लिए आवश्यक होती है।
4. केले की खेती में फसल कितनी देर में तैयार होती है?
केले की फसल तैयार होने में 9 से 15 महीने का समय लगता है, जिसमें बौनी किस्में जल्दी और लंबी किस्में थोड़ी देर से तैयार होती हैं।