Viral Business Idea 2024: भारत में इलायची का उत्पादन व्यापक रूप से होता है और यह एक महत्वपूर्ण नगदी फसल के रूप में जानी जाती है। देश के कुछ गिने-चुने किसान इसकी खेती से अच्छी खासी आमदनी कमा रहे हैं। यदि आप भी इलायची की खेती (Cardamom Farming) के इच्छुक हैं, तो आइये आपको कुछ उपयोगी सुझाव देते हैं। भारत के केरल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु राज्य इसकी खेती के लिए प्रमुख केंद्र हैं। इलायची की मांग सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी काफी अधिक है। इसका उपयोग खाने, मिठाइयों, पेय पदार्थों और कन्फेक्शनरी में खुशबू जोड़ने के लिए किया जाता है।
इलायची उगाने के लिए दोमट मिट्टी सबसे उपयुक्त होती है। यह मिट्टी इसकी खेती के लिए अनुकूल मानी गई है, हालांकि लैटेराइट और काली मिट्टी में भी इलायची की खेती सफलतापूर्वक की जा सकती है। खेत में अच्छी जल निकासी की व्यवस्था आवश्यक है, क्योंकि रेतीली मिट्टी में इलायची की खेती करने से फसल को नुकसान पहुँच सकता है। इलायची के लिए आदर्श तापमान 10 से 35 डिग्री सेल्सियस के बीच होना चाहिए।
कैसा होता है इलायची (Cardamom) का पौधा
इलायची का पौधा (Cardamom Plant) काफी छोटा होता है और इसकी ऊंचाई 1 से 2 फीट के बीच होती है। इसके पत्ते लंबे और पतले होते हैं, जिनकी लंबाई 30 से 60 सेमी तक होती है और चौड़ाई 5 से 9 सेमी के बीच होती है। अगर आप खेत में इलायची के पौधे उगाना चाहते हैं, तो उन्हें मेड़ पर 1 से 2 फीट की दूरी पर लगाना चाहिए। जबकि गड्ढों में लगाते समय, पौधों के बीच में 2 से 3 फीट की जगह छोड़नी चाहिए। गड्ढों में गोबर की खाद भी अच्छी मात्रा में मिला देनी चाहिए ताकि पौधे अच्छी तरह से बढ़ सकें।
इलायची का पौधा तैयार होने में कितना लगता है वक़्त
इलायची के पौधे को पूरी तरह से तैयार होने में तीन से चार साल लग सकते हैं। जब इलायची की कटाई हो जाती है, तो उसे अच्छे से सूखने के लिए कई दिनों तक धूप में रखा जाता है। इस प्रक्रिया को और भी तेज़ी से पूरा करने के लिए मशीनों का भी सहारा लिया जा सकता है, जहां इलायची को 18 से 24 घंटे तक बहुत गर्म तापमान पर सुखाया जाता है।
इसकी खेती का क्या है सही समय
इलायची के पौधे उगाने के लिए बरसात का मौसम सबसे उत्तम होता है। भारत में आमतौर पर जुलाई का महीना इसके लिए उपयुक्त माना जाता है क्योंकि इस समय बारिश के कारण पानी की जरूरत पूरी हो जाती है। इलायची के पौधे को हमेशा छायादार जगह पर लगाना चाहिए क्योंकि तेज धूप और गर्मी से इसकी वृद्धि पर असर पड़ सकता है।
इसकी खेती से कितनी होगी आमदनी
जब इलायची सुख जाती है, तो इसे हाथों, कॉयर मैट या तार की जाली से रगड़कर इसकी छाल को निकाला जाता है। इसके बाद, इलायची को उनके आकार और रंग के आधार पर चुना जाता है। बाजार में अच्छी कीमत पर बेचने से उत्पादक अच्छी खासी कमाई कर सकते हैं। एक हेक्टेयर जमीन से लगभग 135 से 150 किलोग्राम इलायची का उत्पादन हो सकता है, और बाजार में इसकी कीमत 1100 से 2000 रुपये प्रति किलोग्राम के बीच होती है। इस तरह से किसान 5 से 6 लाख रुपये तक कमा सकते हैं।
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FAQs (Frequently Asked Questions)
1. इलायची की खेती के लिए सबसे उपयुक्त मिट्टी कौन सी है?
इलायची की खेती के लिए दोमट मिट्टी सबसे अच्छी मानी जाती है। यह मिट्टी नमी को अच्छे से बनाए रखती है और इलायची के पौधों के लिए जरूरी पोषण प्रदान करती है।
2. इलायची के पौधे को तैयार होने में कितना समय लगता है?
इलायची के पौधे को पूरी तरह से बढ़ने और उत्पादन के लिए तैयार होने में लगभग तीन से चार साल का समय लगता है।
3. इलायची की खेती का सही समय क्या है?
इलायची के पौधे उगाने के लिए बरसात का मौसम बेहतरीन होता है। भारत में यह समय आमतौर पर जुलाई महीने में आता है जब पर्याप्त वर्षा होती है।
4. इलायची के पौधों की देखभाल कैसे करें?
इलायची के पौधों की देखभाल के लिए उन्हें छायादार स्थान पर लगाना चाहिए और उन्हें नियमित रूप से पानी देना चाहिए। पौधों को सीधी धूप से बचाना चाहिए क्योंकि तेज़ गर्मी से इनकी वृद्धि प्रभावित हो सकती है।
5. इलायची की खेती से कितनी कमाई हो सकती है?
इलायची की खेती से एक हेक्टेयर जमीन से लगभग 135 से 150 किलोग्राम तक इलायची का उत्पादन हो सकता है, और बाजार में इसकी कीमत प्रति किलोग्राम 1100 से 2000 रुपये के बीच होती है। इस तरह से किसान 5 से 6 लाख रुपये तक कमा सकते हैं।