Karwa Chauth 2024 Shubh Muhurat— करवा चौथ का व्रत हर साल कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को रखा जाता है। इस दिन निर्जला व्रत, गणेश पूजा और चंद्रमा को अर्घ्य देना बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। बिना इन तीन चीजों के, करवा चौथ का व्रत पूरा नहीं होता है। चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद ही व्रत का पारण किया जाता है और तभी व्रत संपूर्ण होता है।
यह व्रत मुख्य रूप से सुहागन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और खुशहाल वैवाहिक जीवन की कामना के लिए रखती हैं। साथ ही, वे युवतियां, जिनका विवाह तय हो चुका होता है, वे भी इस व्रत को करती हैं।
इस साल करवा चौथ पर पूजा के लिए केवल 1 घंटा 16 मिनट का ही शुभ मुहूर्त रहेगा। इस दिन रोहिणी नक्षत्र और वृषभ राशि का चंद्रमा रहेगा, जो व्रत की महत्ता को और भी बढ़ा देगा।
श्री कल्लाजी वैदिक विश्वविद्यालय के ज्योतिष विभागाध्यक्ष डॉ. मृत्युञ्जय तिवारी ने बताया कि इस बार करवा चौथ का व्रत कब रखा जाएगा और चंद्रमा कब निकलेगा।
करवा चौथ 2024 तारीख़ और शुभ दिन
दृक पंचांग के अनुसार, इस साल करवा चौथ का व्रत 20 अक्टूबर, रविवार को रखा जाएगा। इस बार कार्तिक कृष्ण चतुर्थी तिथि की शुरुआत 20 अक्टूबर को सुबह 6:46 मिनट पर होगी और यह तिथि 21 अक्टूबर, सोमवार को सुबह 4:16 मिनट तक रहेगी। करवा चौथ व्रत की सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इस दिन चतुर्थी तिथि में चंद्रोदय होना आवश्यक है, ताकि चंद्रमा को अर्घ्य देकर व्रत पूरा किया जा सके।
घटना | दिनांक | समय |
---|---|---|
कार्तिक कृष्ण चतुर्थी तिथि प्रारंभ | 20 अक्टूबर, रविवार | सुबह 6:46 बजे |
कार्तिक कृष्ण चतुर्थी तिथि समाप्ति | 21 अक्टूबर, सोमवार | सुबह 4:16 बजे |
करवा चौथ व्रत का दिन | 20 अक्टूबर, रविवार | पूरा दिन |
चंद्रोदय (चंद्रमा का उदय) | 20 अक्टूबर, रविवार | समय आवश्यक |
करवा चौथ 2024 का पूजा शुभ मुहूर्त कब
इस वर्ष Karwa Chauth का व्रत रखने वाली महिलाओं के लिए पूजा करने का शुभ मुहूर्त 20 अक्टूबर की शाम 5:46 PM से शुरू होगा और यह शाम 7:02 PM तक चलेगा। इस प्रकार, व्रती महिलाओं के पास पूजा करने के लिए कुल 1 hour 16 minutes का समय होगा, जो कि इस पवित्र दिन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
करवा चौथ के दिन चाँद निकले का शुभ समय
इस वर्ष Karwa Chauth के दिन, व्रती महिलाओं को चांद के निकलने का इंतजार करना होता है, क्योंकि कृष्ण पक्ष के दौरान चंद्रोदय थोड़ा देर से होता है। इस साल चांद शाम 7:54 PM पर निकलने की संभावना है। इस समय से ही चंद्रमा की पूजा शुरू होगी और चंद्रमा को अर्घ्य दिया जाएगा। इस खास पल का व्रती महिलाएं बड़े ही श्रद्धा और उत्साह के साथ इंतजार करती हैं।
करवा चौथ 2024 शुभ मुहूर्त (Auspicious time)
आज के दिन कई शुभ मुहूर्त आपके लिए विशेष अवसर प्रदान करते हैं। सुबह के समय ब्रह्म मुहूर्त में, जो कि 4:44 AM से 5:35 AM तक रहता है, यह समय साधना और मेडिटेशन के लिए बहुत ही उत्तम माना जाता है। दोपहर में, अभिजीत मुहूर्त जो कि 11:43 AM से 12:28 PM तक रहता है, इसे किसी भी शुभ कार्य के लिए सबसे अच्छा समय माना जाता है।
शाम को गोधूलि मुहूर्त का समय 5:46 PM से 6:11 PM तक होता है, जो कि पूजा और ध्यान के लिए बहुत अनुकूल है। रात में, निशिता मुहूर्त जो कि 11:41 PM से 12:31 AM (21 अक्टूबर) तक रहता है, यह समय भी धार्मिक क्रियाओं के लिए विशेष रूप से उपयुक्त है।
मुहूर्त का नाम | समय | उपयुक्त कार्य |
---|---|---|
ब्रह्म मुहूर्त | 4:44 AM – 5:35 AM | साधना और मेडिटेशन |
अभिजीत मुहूर्त | 11:43 AM – 12:28 PM | किसी भी शुभ कार्य |
गोधूलि मुहूर्त | 5:46 PM – 6:11 PM | पूजा और ध्यान |
निशिता मुहूर्त | 11:41 PM – 12:31 AM (21 अक्टूबर) | धार्मिक क्रियाएं |
करवा चौथ 2024 व्रत पारण विधि
Karwa Chauth के दिन, व्रती महिलाएं सूर्योदय से चंद्रोदय तक निर्जला व्रत रखती हैं। इस दिन की प्रतीक्षा में महिलाएं चांद के उदय का बेसब्री से इंतजार करती हैं। चंद्रमा निकलने पर, वे एक विशेष पूजा-अर्चना करती हैं, जिसमें वे दीपक जलाकर, छलनी से चंद्रमा को देखती हैं और फिर अपने पति का दर्शन करती हैं।
इस पूजा के बाद, वे चंद्रमा को अर्घ्य देकर और पति के हाथों से जल ग्रहण करके अपना व्रत समाप्त करती हैं। यह रिवाज न केवल उनके विश्वास का प्रतीक है बल्कि उनके प्रेम और समर्पण का भी संकेत है।
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करवा चौथ पर इन नियमों का जरुर करें पालन
- लाल वस्त्र: Karwa Chauth के दिन, सुहागिन महिलाएं अक्सर लाल रंग के वस्त्र पहनती हैं, क्योंकि यह रंग सुहाग की लंबी उम्र और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है।
- 16 श्रृंगार: इस विशेष दिन पर, महिलाएं 16 श्रृंगार करती हैं, जिसमें सिंदूर, चूड़ी, मेहंदी आदि शामिल हैं, इससे उनकी सुंदरता और भी निखर कर आती है और वे पूजा-अर्चना के लिए तैयार होती हैं।
- चंद्र दर्शन: व्रत का पारण चंद्रमा का दर्शन करने के बाद ही किया जाता है। यह प्रक्रिया व्रत को पूर्णता प्रदान करती है और इसे बहुत ही धार्मिक और श्रद्धा से भरी हुई मानी जाती है।
- अपमान न करें: व्रत के दौरान सकारात्मक ऊर्जा बनाए रखने के लिए, इस दिन किसी का भी अपमान नहीं करना चाहिए। शांति और सौहार्दपूर्ण व्यवहार से इस पवित्र दिन की महत्वता बढ़ जाती है।
- अन्न-जल सेवन न करें: व्रत के दौरान, अन्न और जल का सेवन नहीं करना चाहिए, जिससे यह व्रत निर्जला रहता है और इसे अधिक धार्मिक मान्यता प्राप्त होती है।
करवा चौथ व्रत पर आधारित प्रचलित पौराणिक कथा
Karwa Chauth का व्रत एक प्राचीन परंपरा है जो पति की दीर्घायु और समृद्धि की कामना से जुड़ी हुई है। इस व्रत की उत्पत्ति की एक रोचक कथा है, जिसमें मां पार्वती और भगवान शिव के अलावा, धोबिन करवा का भी जिक्र है। करवा, जो तुंगभद्रा नदी के किनारे एक छोटे गांव में अपने वृद्ध और निर्बल पति के साथ रहती थी, उनकी वीरता की कहानी बहुत प्रेरणादायक है।
एक दिन, जब उसका पति नदी के किनारे कपड़े धो रहा था, तभी एक मगरमच्छ ने उसे पकड़ लिया। करवा ने अपने पति की पुकार सुनी और तुरंत मदद के लिए पहुंची। उसने अपने सूझबूझ और साहस से मगरमच्छ को कच्चे धागे से बांध दिया और उसे यमराज के पास ले गई। वहां उसने अपने पति की रक्षा की गुहार लगाई और मगरमच्छ के लिए कठोर दंड की मांग की। यमराज के आगे करवा की दृढ़ता देखकर वे उसके पति को दीर्घायु का वरदान देने को मजबूर हो गए।
इसी प्रेरणादायक कथा के कारण, Karwa Chauth का व्रत आज भी बड़ी श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जाता है, जहाँ महिलाएं अपने पतियों की लंबी उम्र की कामना करती हैं।
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डिस्क्लेमर- इस लेख में दी गई जानकारी और सलाह सिर्फ सामान्य सूचना के लिए हैं। “हिन्दीमोर्चा डॉट कॉम” इसकी पुष्टि नहीं करता। यह सामग्री विविध स्रोतों से ली गई है। पाठक इसे अंतिम सत्य माने बिना, अपने विवेक का इस्तेमाल करें।
FAQs on Karwa Chauth 2024 Shubh Muhurat
Karwa Chauth का व्रत कब है?
2024 में Karwa Chauth का व्रत 20 अक्टूबर, रविवार को रखा जाएगा।
Karwa Chauth के दिन क्या खास गतिविधियाँ होती हैं?
इस दिन सुहागिन महिलाएं निर्जला व्रत रखती हैं, गणेश पूजा करती हैं, और चंद्रमा को अर्घ्य देती हैं। यह सब उनके पति की दीर्घायु और खुशहाल वैवाहिक जीवन के लिए किया जाता है।
Karwa Chauth का पूजा का शुभ मुहूर्त क्या है?
2024 में पूजा का शुभ मुहूर्त 20 अक्टूबर की शाम 5:46 PM से 7:02 PM तक है, जिसमें महिलाओं को पूजा के लिए कुल 1 घंटा 16 मिनट मिलेगा।
चांद निकलने का समय क्या है?
Karwa Chauth के दिन चंद्रोदय शाम 7:54 PM पर होने की संभावना है, जिसके बाद ही व्रत का पारण किया जा सकता है।
क्या अविवाहित युवतियां भी Karwa Chauth का व्रत रख सकती हैं?
हां, जिन युवतियों का विवाह तय हो चुका होता है, वे भी इस व्रत को रख सकती हैं, ताकि उनका आने वाला वैवाहिक जीवन सुखमय और समृद्ध हो।