सिल्वर जीतकर भी निराश IAS अफसर Suhas Yathiraj: 'दुख और निराशा है... 

Written by- Pooja Yadav

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1. भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी सुहास यथिराज ने लगातार दूसरी बार पैरालंपिक में रजत पदक जीता।

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2. खेल के प्रति मिश्रित भावनाएं= सुहास खुश भी हैं और निराश भी, क्योंकि उनका लक्ष्य स्वर्ण पदक जीतना था।

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3. विश्व नंबर एक का तमगा= वे विश्व में नंबर एक खिलाड़ी के रूप में प्रतियोगिता में उतरे थे।

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4. फाइनल मैच का परिणाम= फाइनल में सुहास फ्रांस के लुकास माज़ूर से सीधे गेम में हार गए।

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5. पुरुष एकल एसएल4 वर्ग में प्रदर्शन= उम्मीदों के बावजूद, सुहास को रजत पदक से ही संतोष करना पड़ा।

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6. विश्व के नंबर एक खिलाड़ी और विश्व चैंपियन के रूप में प्रतियोगिता में पहुंचे सुहास यथिराज पर अपेक्षाओं का दबाव था।

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7. लक्ष्य और सपने= सुहास का लक्ष्य स्वर्ण पदक जीतना था, जो हर खिलाड़ी का सपना होता है।

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8. समय के साथ, सुहास महसूस करते हैं कि पैरालंपिक के लिए क्वालीफाई करना और रजत पदक जीतना अपने आप में बड़ी उपलब्धि है।

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